जिलेभर में अवैध शराब का व्यवसाय तेजी से बढ़ता ही जा रहा है और शराब दुकानों पर ही बैठाकर शराब परोसी जा रही है। अवैध शराब परोसने की वजह से विवाद भी होने लगे हैं। पुलिस की प्रथम सूचना रिपोर्ट देखे तो शराब खोरी के बाद विवाद के प्रकरण देखने को मिल रहे हैं। इस ओर आबकारी विभाग कार्रवाई करता तो है लेकिन वह भी अपना टारगेट पूरा करने के लिए। इसके अलावा पुलिस विभाग के बीट प्रभारी पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई तो करते हैं लेकिन वह भी वर्तमान में नाकाफी हो गई है। महिलाओं ने भी मोर्चा खोला तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में चल रहे अवैध शराब के हाथी दूसरी ओर उज्जैन का गोली डोर बनाना राज्य शासन को ठेंगा दिखा रहा है उक्त टिप्पणी करते हुए शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि अवैध शराब परोसने को लेकर ठोस कार्रवाई आबकारी विभाग क्यों नहीं करता है? क्या पुलिस ही यह भी देखेगी। आबकारी विभाग अपने मूल कर्तव्य का पालन करें एवं राजस्व अर्जित कर शासन को भी लाभ पहुंचाएं, लेकिन अवैध शराब दुकानों से राजस्व की हानि तो हो रही है। साथ ही संबंधित थाना अंतर्गत थानेदारों को भी कानून व्यवस्था में परेशानियां उठाना पड़ रही है। पुलिस कप्तान इस ओर गंभीर है यही वजह है कि लगातार उनके अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी कार्रवाई कर तो रहे हैं लेकिन वह नाकाफी है। इस ओर आबकारी विभाग कब ध्यान देगा? श्री भावसार ने आगे कहा कि अवैध आहाते किसकी शह पर चल रहे है? कौन इन्हें राजनीतिक संरक्षण दे रहा है? इस पर अंकुश लगना चाहिए और चल रहे अवैध आहातों को तालाबंदी कर संचालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी लगाना चाहिए ताकि शराब का यह अवैध कारोबार नेस्तनाबूद हो सके। आने वाले दिनों में शिवसेना द्वारा जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।