राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में वर्ष 2023 का सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार इंदौर शहर को प्रदान किया। गार्बेज फ्री शहर में 7-स्टार रेटिंग के साथ इंदौर ने लगातार सातवीं बार यह उपलब्धि हासिल की है। सबसे स्वच्छ राज्यों की श्रेणी में द्वितीय स्थान का पुरस्कार भी मध्यप्रदेश को प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में टीम मध्यप्रदेश ने पुरस्कार ग्रहण किए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों, जनप्रतिनिधियों और स्वच्छता मित्रों को बधाई देते हुए उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इंदौर का लगातार सातवीं बार स्वच्छता के शिखर पर पहुंचने का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन को जाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश स्वच्छता के संकल्प को साकार करने में निरंतर अपना योगदान देता रहेगा और आशा व्यक्त कि की आगामी सर्वेक्षण में प्रदेश और बेहतर प्रदर्शन करेगा।
प्रदेश में स्वच्छता के प्रयासों से 7 शहरों को वाटर प्लस, 361 शहरों को ओडीएफ++, 3 शहरों को ओडीएफ+ और 7 शहरों को ओडीएफ दर्जा प्राप्त है। प्रदेश में एक 7-स्टार, एक 5-स्टार, 24 3-स्टार और 132 1-स्टार गार्बेज फ्री शहर है।
कार्यक्रम में भोपाल शहर को स्वच्छ शहरों की सूची में गार्बेज फ्री सिटी में 5 स्टार रेटिंग के साथ पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है। प्रदेश के 15,000 से 20,000 जनसंख्या वाले शहरों में बुधनी को पश्चिम जोन के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। एक लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों में नौरोजाबाद और अमरकंटक को फास्ट मूविंग सिटी श्रेणी में प्रथम और द्वितीय स्थान मिला है। महू ने सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट बोर्ड का खिताब हासिल किया है।
समारोह में केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, प्रदेश के नगरीय विकास एवम आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, इंदौर मेयर श्री पुष्यमित्र भार्गव और इंदौर सांसद श्री शंकर लालवानी भी उपस्थित थे।